दोस्ती जब किसी से की जाए तो दुश्मनों की भी राय ली जाए", और दूसरी "न हम-सफ़र, न कोई हम-नशीं से निकलेगा, हमारे पांव का कांटा हमीं से निकलेगा"। ये पंक्तियाँ दोस्ती की गहराई और समझ को दर्शाती हैं। दोस्ती पर राहत इंदौरी की शायरी दोस्ती जब किसी से की जाए. दुश्मनों की भी राय ली जाए न हम-सफ़र, न कोई हम-नशीं से निकलेगा हमारे पांव का कांटा हमीं से निकलेगा आप Quora पर राहत इंदौरी की अन्य शायरी भी देख सकते हैं।
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2ヶ月前
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