चाँद और सूरज की दोस्ती एक समय की बात है, आकाश में चाँद और सूरज रहते थे। दोनों एक-दूसरे के अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनका मिलना बहुत मुश्किल था। सूरज दिन में चमकता और चाँद रात में। वे हमेशा एक-दूसरे को देखकर मुस्कराते थे, लेकिन बात नहीं कर पाते थे। एक दिन, चाँद ने सूरज से कहा, "मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ।" सूरज हँसते हुए बोला, "हम हमेशा एक-दूसरे को देख सकते हैं, लेकिन कभी मिल नहीं सकते। दिन और रात का फर्क है।" चाँद थोड़ी उदास हो गया। फिर उसने एक उपाय सोचा। वह सूरज से कहा, "क्या तुम मुझे अपनी किरणों के बीच लाकर मिल सकते हो?" सूरज थोड़ा चौंका, फिर उसने चाँद की बात मानी और अपनी किरणें फैलाकर उसे अपने पास बुलाया। दोनों ने साथ में कुछ समय बिताया, हँसी-मज़ाक किया और बहुत अच्छे दोस्त बन गए। तब से सूरज और चाँद को अक्सर एक-दूसरे की याद आती रहती थी, और वे अपने-अपने समय पर मिलते रहते थे, एक दूसरे के उजाले में। और इस तरह, सूरज और चाँद ने सीखा कि अगर हम चाहें तो दूरी और समय का फर्क भी दोस्ती में रुकावट नहीं डाल सकता। समाप्त
