Description
एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में एक चोर रहता था, जिसका नाम मंटू था। मंटू हर समय नई-नई चालों से लोगों का सामान चुराता रहता था। हालांकि वह दिल से बुरा नहीं था, लेकिन अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चोरी करता था। एक दिन मंटू ने सोचा, "आज किससे चोरी की जाए?" गांव के किसान का घर था, जो बहुत मेहनत करता और अपनी खेती से घर का खर्च चलता था। मंटू ने सोचा, "आज इस किसान की खेती से कुछ ले आता हूँ।" रात के अंधेरे में मंटू किसान के घर तक पहुँच गया। उसने धीरे से दरवाजा खोला और अंदर घुस गया। वहां उसने किसान की मेहनत से उगाई हुई फसल देखी। मंटू ने सोचा, "अगर यह फसल चुराकर ले जाता हूँ तो मेरी कुछ दिन की मुश्किलें हल हो जाएंगी।" लेकिन जब मंटू फसल उठाने लगा, तो उसे किसान की बीवी और बच्चे सोते हुए दिखे। किसान का एक छोटा बेटा, जो थोड़ा बीमार था, अपनी मां के पास लेटे हुए बड़ों-बड़ों के सपने देख रहा था। मंटू ने उसकी बातें सुनी और उसे महसूस हुआ कि यह फसल सिर्फ किसान और उसकी मेहनत का नहीं, बल्कि उसके परिवार का ख्वाब भी है। मंटू ने कुछ देर सोचा, फिर फसल को उसी तरह छोड़ दिया और चुपचाप वापस लौट गया। अगले दिन उसने तय किया कि अब वह कभी चोरी नहीं करेगा, क्योंकि वह जान चुका था कि किसी के ख्वाब और मेहनत का मोल क्या होता है।