Anshuman Rao

2 months ago
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آج کی رات موسیقی کی لہروں میں بہتے ہوئے، ہمارے اجداد کی یادیں تازہ ہو جاتی ہیں۔ کتابوں کے صفحات سے نکلتی ہوئی حکمت کی روشنی، ہمارے دلوں میں جگمگاتی ہے۔ یہ ہماری ورثہ ہے، یہ ہماری پہچان ہے۔
Description
(शुभारंभ) ✨ दीक्षा का जन्मदिन आया, 🎉 खुशियों का पैगाम लाया! 🎂 हंसती-मुस्कुराती, सबकी दुलारी, 🥳 दुनिया की सबसे प्यारी! (मुखड़ा) 🎶 दीक्षा का दिन है सुहाना, हर पल हसीं, हर लम्हा न्यारा, 🎊 संग हंसी-खुशी का खजाना, 🎁 बधाइयों की छाई फुहार! (अंतरा) 🎤 फूलों-सा खिले तेरा हर सपना, संग रहे खुशियों का ये अपना, ✨ हर दिन तेरा रहे रोशन, 🎶 गूंजे तेरा नाम हर दिल में अपन! (समाप्ति) 🎉🎊 जन्मदिन मुबारक दीक्षा प्यारी, 🎂🎁 रहे जिंदगी तेरी सबसे न्यारी!
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