Description
हनुमान जी हिन्दू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं जिन्हें असीम शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। वे पवनपुत्र के नाम से भी जाने जाते हैं, क्योंकि उनका जन्म वायु देव की कृपा से हुआ था। हनुमान जी की शक्ति केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक भी है। हनुमान जी के जीवन की अनेक घटनाएँ उनकी अद्भुत शक्ति को दर्शाती हैं। उन्होंने बाल्यकाल में ही सूर्य को फल समझकर निगलने का प्रयास किया था। जब लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे, तब हनुमान जी संजीवनी बूटी लाने के लिए पूरा पर्वत ही उठा लाए। लंका दहन, समुद्र लांघना, और युद्ध में रावण की सेना का नाश करना – ये सभी घटनाएँ उनकी अलौकिक शक्ति के उदाहरण हैं। उनकी शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत उनकी भक्ति थी। वे श्रीराम के परम भक्त थे और रामकाज को ही अपना जीवन मानते थे। रामायण में तुलसीदास जी ने लिखा है – "राम काज कीन्हें बिनु, मोहि कहाँ विश्राम।" हनुमान जी की शक्ति से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि यदि हमारा मन सच्चा, कर्म निष्कलंक और भक्ति अटूट हो, तो हम कोई भी असंभव कार्य संभव बना सकते हैं। वे वीरता, नम्रता, बुद्धि और भक्ति का अद्वितीय संगम हैं। आज भी हनुमान चालीसा का पाठ करने से अनेक भक्त शक्ति, साहस और आत्मबल की अनुभूति करते हैं। हनुमान जी की कृपा से भय दूर होता है और मनोबल दृढ़ होता है। जय बजरंगबली!